भारत में म्हिलाओं को प्रदत्त सामाजिक एवं विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकताः जनपद अलीगढ़ के विषेश संदर्भ में
Keywords:
समाज सुधार, जागरूकता, सषक्तिकरण, संवैधानिक प्रावधान।
Abstract
पुरूश प्रधान समाज, लेंगिक भेद - भाव, भौतिकवादी सोच, सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा संस्थात्मक परिवर्तनों आदि के कारण यद्यपि वर्तमान समय में स्त्रियों की सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक गतिषीलता में वृद्धि हुई है। भारतीय समाज में मुख्यतः पिछले पचास वर्शों में अनेक परिवर्तन हुए हैं एवं वर्तमान में भी हो रहे हैं। किन्तु विचारणीय तथ्य यह है कि यह परिवर्तन कितने लाभदायक व तर्क संगत हैं, इनसे वास्तविक रूप में क्या-क्या लाभ हो रहा है, इन परिवर्तनों की दिषा क्या है तथा सामाजिक जीवन पर इनका क्या प्रभाव पड़ रहा है। महिलाओं को प्रदत्त संवैधानिक अधिकारों के प्रति भारतीय ग्रामीण महिलाओं में जागरूकता का अभाव आषातीत सषक्तिकरण के मार्ग की प्रमुख बाधा है ।
Published
2022-04-01
Section
Research Article
Copyright (c) 2022 Scholarly Research Journal for Humanity Science and English Language
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