सोशल मीडिया: स्वतंत्रता बनाम स्वच्छन्दता

  • रामयज्ञ मौर्य एसोसिएट प्रोफेसर हिंदी विभाग, मेरठ कॉलेज, मेरठ (उ0प्र0)
  • नितिन कुमार शोधार्थी हिंदी विभाग, मेरठ कॉलेज, मेरठ (उ0प्र0)
Keywords: Public Sector Banks, Private Sector Banks and Job Satisfaction.

Abstract

सोशल मीडिया आज एक बडा सामाजिक मंच है जहाँ हर कोई व्यक्ति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिये स्वतंत्र है और विशेष यह कि बिना किसी नियंत्रण और हस्तक्षेप के। सोशल मीडिया पर लिखना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे महत्वपूर्ण अधिकार से जुड़ गया है। सोशल मीडिया ने प्रत्येक व्यक्ति को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रदान की है लेकिन भारतीय संविधान में यह स्वतंत्रता देश के प्रत्येक नागरिक को पूर्व में ही प्राप्त है। किंतु इससे पहले अभिव्यक्ति के पर्याप्त मंच और सुलभ साधन नहीं थे, पर्याप्त अवसर न मिलने तथा जानकारी के अभाव के कारण आम आदमी अपनी आवाज या तो उठा नहीं पाता था या उसे दबा दिया जाता था। आम तौर पर समाचार-पत्र, पत्रिकाओं तथा मीडिया के परम्परागत साधनों से ये आवाज उठाई जाती थी जिनकी अपनी कुछ सीमाएँ और पाबंदियाँ थीं लेकिन आज की विकसित तकनीक तथा सोशल मीडिया ने इसे आसान एवं सर्वसुलभ बना दिया।
Published
2021-12-01