भारत में ग्रामीण विकास कार्यक्रमों का जीवन की सामाजिक-आथर््िाक गुणवत्ता पर प्रभाव (उ0 प्र0 के जनपद मैनपुरी के विषेश संदर्भ में)

  • तेश कुमार यादव शोधार्थी, डॉ बी0 आर0 आ0 वि0वि0 आगरा मैनपुरी
  • कुमार राजीव रंजन एसो॰ प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग, श्रीचित्रगुप्त पी॰ जी॰ कॉलेज
Keywords: विकास कार्यक्रम, रोजगार, कौषल प्रषिक्षण, जीवन-गुणवत्ता, उद्यमिता।

Abstract

ग्रामीण एवं निम्न वर्ग के जीवन की सामाजिक-आर्थिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये भारत सरकार ने सम्पूर्ण राष्ट्र में विभिन्न योजनाओं का शुभारम्भ किया गया है। वर्श 2018 में एम.एस.डी.आई. ने प्रधान मंत्री कौषल केन्द्र , पी.एम.क.ेवी.वाई. के अन्तर्गत कौषल विकास प्रषिक्षण के लिए उद्योग मानकीकृत बुनियादी ढांचों के निर्माण के लिए बडे पैमाने पर ध्यान केन्द्रित किया। प्राथमिक तथ्यों के विष्लेशण से ज्ञात हुआ है कि ग्रामीण विकास के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के बहुमुखी विकास (शिक्षा, रोजगार, कृषि, निर्धनता, स्वच्छता, स्वास्थ्य) एवं जीवन की गुणवत्ता सुधार के लिए भी इन योजनाओं का आषातीत सहयोग रहा है। सरकारी विकास योजनायें; निर्बल वर्ग के जीवन की गुणवत्ता एवं षिक्षित बेरोजगारों के सामाजिक आर्थिक उत्थान में सहायक हैं।.
Published
2022-05-01