वाराणसी में शिक्षक-शिक्षा संस्थाओं की वृद्धि एवं विकास (1850 ई० से 2017 ई० तक): एक ऐतिहासिक अध्ययन

  • अभय कुमार शर्मा शोध छात्र, शिक्षा संकाय, कमच्छा, काशी हिंदू विश्वविद्यालय
Keywords: वाराणसी, शिक्षक-शिक्षा, ऐतिहासिक अध्ययन।

Abstract

प्राचीन काल से ही वाराणसी शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र रहा है। आधुनिक काल में भी यह अपना वर्चस्व कायम रखे हुए है। वर्ष 1954 ई० में वुड डिस्पैच में तत्कालीन भारत की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए विभिन्न सुझाव प्रस्तुत किये गए। इस क्रम में डिस्पैच ने शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत योग्य अध्यापकों की कमी को बताते हुए इस हेतु शिक्षकों के प्रशिक्षण पर ध्यान देने की बात की। इसके अंतर्गत शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थाओं के स्थापना का सुझाव दिया। इसके उपरांत डिस्पैच में दिए गए सुझावों के अनुपालन में देश के सभी प्रांतों में शिक्षक शिक्षा संस्थाओं की स्थापना की जाने लगी। प्रस्तुत शोध-पत्र में वाराणसी में 1850 ई० के उपरांत स्थापित शिक्षक-शिक्षा संस्थाओं में हुई वृद्धि एवं विकास का अध्ययन किया गया है।
Published
2022-09-01