सूचना, प्रौद्योगिकी की एक अद्वितीय भेंट

  • अपर्णा टण्डन प्रवक्‍ता, वाणिज्य विभाग, बी0 एस0 एन0 वी0 पी0 जी0 कॉलेज, लखनऊ(उ0 प्र0)--226004, भारत
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Abstract

पूर्व प्रधानमंत्री माननीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के अनुसार “सूचना प्रौद्योगिकी का विकास कम्प्यूटर शिक्षा पर निर्भर है।' आज सर्वत्र सूचना प्रौद्योगिकी की ही चर्चा हो रही है। पिछले तीन-चार दशकों में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति और विकास के कारण सूचना क्रान्ति की अवधारणा दृष्टिगोचर हुई है। औद्योगिक क्रान्ति के बाद जो समाज उत्तर प्रौद्योगिक समाज कहा जाता था, उसे अब सूचना समाज के नाम से जाना जाता है| अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी तथा जापान आदि विकसित देश सूचना समाज के पर्याय बन गये हैं| सूचना प्रौद्योगिकी इन देशों की उन्‍नति और विकास का मापदण्ड बन गई है| हमारे जीवन में भी निरन्तर परिवर्तन आ रहा है| इस परिवर्तन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महती भूमिका है। सूचना प्रौद्योगिकी भी अनेक वैज्ञानिक विषयों में से एक है जिसका मुख्य लक्ष्य सूचना का उपयोग वैज्ञानिक तरीके से करना है| इस कार्य में कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण योगदान है| कम्प्यूटर की सहायता से न केवल विशाल सूचनाओं के भण्डार को संचित तथा व्यवस्थित किया जा सकता है बल्कि अत्यधिक कठिन एवं श्रम साध्य गणनाओं और कार्यों को अत्यधिक अल्प समय में त्रुटिरहित तरीके से निस्तारित भी किया जा सकता है| जीवन के प्रत्येक क्षेत्र जैसे शिक्षा, औद्योगिकी, कृषि, चिकित्सा, रेलवे, सांख्यिकीय, प्रशासन, अंतरिक्ष संस्थान, बैंकिंग, बीमा तथा लेखा शास्त्र आदि में कम्प्यूटर ने एक बड़ी क्रान्ति को जन्म दिया है। आज कम्प्यूटर ने व्यावसायिक क्षेत्रों के साथ-साथ घर-घर में भी अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।
Published
2013-07-24