अयोध्या का धार्मिक इतिहास

  • आनन्द कुमार दूबे शोध छात्र
  • एन.के. तिवारी* *प्रोफेसर: इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्त्व विभाग डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या
Keywords: राज्य केन्द्र, प्रणयनधरा, साकेत, विनीता, शिव संहिता, स्मृतियां, ब्रह्म संहिता, सप्तावरण, वशिष्ट संहिता, परचम द्वार, वैष्णव खण्ड, सुशोभित दुर्ग, सिगरोपाख्यान, भुशुण्डि रामायण, मुक्तदायिनी, कोशल, महापथ।

Abstract

अयोध्या पुरी का वर्णन विभिन्न धार्मिक ग्रन्थों में धर्म नगरी के रूप में किया गया  है। परम्पूज्य गोस्वामी तुलसीदास जी से लेकर महाकवि कालीदास जी द्वारा अयोध्या के महात्म्य का विवेचन किया गया है। हिन्दू धर्म ग्रन्थों के साथ-साथ जैन, बौद्व आदि धर्म ग्रन्थों में अयोध्या की प्राचीनता एवं महत्ता का उल्लेख प्राप्त होता है। वेदो में इस नगरी को दिव्य तथा अलौकिक रूप में दर्शाया गया है प्रभू श्रीराम की जन्म स्थली के साथ-साथ अयोध्या का सम्बन्ध जन मानस के भाव से गहराई से जुड़ा हुआ है।

Published
2022-12-08