सोनभद्र जिले की बैगा जनजाति की सामाजिक/शैक्षिक समस्याओं का समाजशास्त्रीय अध्ययन

  • प्रमोद कुमार सिंह एसोसिएट प्रोफेसर एवं अध्यक्ष के.एन.आई.पी.एस.एस., सुल्तानपुर
Keywords: जनजाति, बैगा जनजाति, सामाजिक समस्या, शैक्षिक समस्या, विकास परियोजना।

Abstract

        भारत के विभिन राज्य में भिन्न-भिन्न जनजातियाँ रहती हैं। जिन जनजातियों को संविधान की अनुसूची में दिया गया है, उन्हें अनुसूचित जनजाति के नाम से जाना जाता है।1

        उ0प्र0 में जनगणना 2011 के अनुसार प्रदेश की कुल जनसंख्या में एस0टी0 0.6 प्रतिशत हैं। वर्तमान में सूचीबद्ध जनजातियों की संख्या 12 है जिनमें से एक है बैगा जनजाति। 2

        बैगा जनजाति उ0प्र0 का एकमात्र जिला सोनभद्र में पायी जाती है जिसकी जनसंख्या 30006 है। बैगा जनजाति की बहुत-सी सामाजिक-शैक्षिक समस्याएँ हैं जिनके समाधान के लिए तथा विकास के लिए उ0प्र0 में कई परियोजनाएँ संचालित की गई हैं।

        इस शोध पत्र में शोधार्थी द्वारा बैगा जनजाति की सामाजिक-शैक्षिक समस्याओं का समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से अध्ययन कर उससे जुड़ी अन्य जानकारी प्रस्तुत किया गया है।

Published
2022-06-06